भारत की दो दिग्गजों और नामचीन कंपनियां आपस में टकराने को तैयार है दोनों कंपनियों का कारोबार सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों तक फैला हुआ है !
इसमें एक देश का डेढ़ सौ साल पुराना टाटा ग्रुप है जो देश मैं नमक लेकर सॉफ्टवेयर तक बनाता है वहीं दूसरी और रिलायंस इंडस्ट्रीज है जिसमें बीते 50 सालों से तेल से लेकर टेलीकॉम तक अपना कारोबार फैला रखा है !
दोनों कंपनियां अपने क्षेत्र में धाक जमाए हुए हैं लेकिन अब यह दोनों भारतीय रिटेल सेक्टर मैं अपनी किस्मत आजमाने को तैयार है देश में ऑनलाइन ग्रॉसरी की सबसे बड़ी कंपनी बिग बास्केट में टाटा ग्रुप का सबसे बड़ा हिस्सेदार होगा एक रिपोर्ट के मुताबिक टाटा ग्रुप इसमें 1.2 बिलीयन डॉलर का निवेश करेगा !
इसके अलावा ऑनलाइन फार्मेसी कंपनी 1MG मैं भी टाटा ग्रुप हिस्सेदारी बढ़ाएगा !
वहीं रिलायंस अगले 6 महीने में जिओमार्ट को व्हाट्सएप से जोड़ने का प्लान बना रही है एक रिपोर्ट के मुताबिक इससे 40 करोड़ व्हाट्सएप यूजर्स व्हाट्सएप पर सामान भी खरीद पाएंगे लॉकडाउन में रिलायंस रिटेल सबसे ज्यादा विदेशी निवेश पाने वाले कंपनी बन चुकी है रिलायंस ने हाल ही में ऑनलाइन ग्रॉसरी एप जिओ मार्ट को भी लॉन्च किया है और अब रिलायंस लोगों को सब कुछ एक ही प्लेटफार्म पर उपलब्ध कराने की कोशिश मैं है !
लेकिन इस सेक्टर में रिलायंस को कड़ी टक्कर देने के लिए टाटा ग्रुप भी जल्द अपनी सुपर एप लाने की तैयारी कर रहा है टाटा की इस ऐप में खाने से लेकर ग्रॉसरी, फैशन लाइफ़स्टाइल, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, इंश्योरेंस, फाइनेंशियल सर्विसेज, एजुकेशन, हेल्थ केयरऔर बिल पेमेंट तक सब कुछ एक ही प्लेटफार्म पर मिलेगा !
फिलहाल भारत में ऑनलाइन रिटेल मार्केट कुल रिटेल मार्केट का 4% है इसके 2025 तक 8% हो जाने की उम्मीद है !
Technopak Advisors की एक रिपोर्ट के मुताबिक फिलहाल यह सेक्टर 3.5 करोड़ से ज्यादा लोगों को रोजगार देता है 2025 तक रिटेल सेक्टर 4.5 करोड़ लोगों को रोजगार देने मैं सक्षम होगा !
इस तरह की सर्विसेज मोहिया कराने के लिए रिलायंस के पास फेसबुक और गूगल जैसी टेक्नोलॉजी पावर हाउस है वहीं टाटा ग्रुप के पास उनकी अपनी टेक्नोलॉजी फॉर्म TCS है !
रिलायंस के पास इस समय जिओमार्ट, AJio, Netmeds, Zivame है इसके अलावा रिलायंस डिजिटल, रिलायंस ज्वेलर्स भी है रिलायंस में अगस्त में फ्यूचर ग्रुप को खरीदा जिसके पास पहले से ही ऑनलाइन रिटेल वेबसाइट है !
दूसरी तरफ टाटा ग्रुप के पास 17 लिस्टेड कंपनियां है कंपनी का ई-कॉमर्स वेंचर टाटा क्लिक है इसके अलावा टाटा की रिटेल सेक्टर की सहयोगी कंपनी ट्रैंट है ऑनलाइन ग्रॉसरी, सर्विस फाइनेंसियल और इंटरटेनमेंट में भी निवेश की तैयारी में है अगर टाटा एंड रिलायंस सभी सर्विसिस को एक प्लेटफार्म पर लाते हैं तो यह कदम भारत की तेजी से बढ़ते हुए रिटेल मार्केट फ्लिपकार्ट और अमेजॉन को कड़ी टक्कर दे सकता है घरेलू कंपनी होने के नाते टाटा और रिलायंस को फायदा मिलने की उम्मीद ज्यादा है !
Reuters के मुताबिक भारत सरकार ई-कॉमर्स में विदेशी निवेश के नियमों में बदलाव करने वाली है इससे अमेजॉन फ्लिपकार्ट सहित विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियां प्रभावित होंगी !