चीन की चालबाजीयो ने भारत को और अधिक मजबूत स्थितियों में ला खड़ा किया है !
जितनी चाल चीन चलता गया भारत इतना ही मजबूत बनता गया !
आज हालत यह है कि खुद चीन भारत की ओर आंख उठाकर देखने की हिम्मत नहीं जुटा पाता लेकिन फिर भी भारत ने अपने तैयारी को बढ़ाना जारी रखा है
अब भारतीय नौसेना जल्द ही 10 जहाजी ड्रोन्स खरीदने जा रहे हैं नौसेना ने यह फैसला खुद को हिंद महासागर में और अधिक मजबूत करने के लिए लिया है 10 ड्रोन के भारतीय नौसेना मैं शामिल हो जाने के बाद हिंद महासागर क्षेत्र में भारतीय नौसेना के लिए निगरानी करना और आसान हो जाएगा !
और वह जल्द ही दुश्मनों की चालो का पता करके उनके मंसूबों को नाकाम करने में भी क्षमता पा लेंगे इन ड्रोन्स की जरूरत ऐसे वक्त में और ज्यादा बढ़ जाती है जब देश को यह पता है कि चालबाज पड़ोसी चीन ने हिंद महासागर में अंडर वॉटर ड्रोन्स तैनात कि है नए 10 ड्रोन्स को खरीदने की परमिशन सरकार ने दे दी है
सरकारी सूत्र बताते हैं कि यह प्रस्ताव भारतीय नौसेना की तरफ से फास्ट ट्रैक मोड मैं लाया गया जिसके तहत सेना करीब 13 सौ करोड़ रुपए के 10 ड्रोन्स खरीदेगी
यह प्रस्ताव पर सरकार की तरफ से स्वीकार कर लिया गया है नौसेना इन ड्रोन्स का अधिकरण खुली नीलामी के जरिए करेगी
वही इन्हें तुरंत ही युद्ध की जगहों पर तैनात किया जाएगा नौसेना के प्लान के मुताबिक इन ड्रोन्स को बड़े युद्ध की जगह पर तैनात किया जाएगा यह ड्रोन्स भारतीय क्षेत्र में चीन के साथ साथ दूसरी चुनौती का भी पता करेंगे
वही एक और बड़ी खबर है कि भारतीय नौसेना अमेरिका के साथ एक दूसरे ड्रोन्स डील पर भी काम कर रही है इस प्रोजेक्ट के तहत भारतीय नौसेना अमेरिका से Sea Guardian drones हासिल करने की तैयारी कर रही है !
ड्रोन्स के जरिए madagascar से लेकर malhara kshetra तक का निगरानी का दायरा बढ़ जाएगा वही नौसेना अपने मौजूदा ड्रोन्स को अपडेट कार्यक्रम के तहत और अधिक बेहतर बनाने पर काम कर रही है इस मामले पर हाल ही में रक्षा मंत्रालय मैं चर्चा की गई थी कुछ समय पहले भारत अमेरिका हिंद महासागर मैं निगरानी के लिए दो ड्रोन्स लीज पर लिया है !